डेंगू नियंत्रण हेतु महाअभियान

देहरादून दिनांक 26 जुलाई 2024 (जि.सू.का) डेंगू की रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण एवं मॉनिटरिंग हेतु वार्ड…

सूबे में मातृ मुत्यु दर कम करने को बने रोड़मैपः डॉ धन सिंह रावत

देहरादून, 24 जुलाई 2024 प्रदेश में मातृ मृत्यु दर कम करने के लिये ठोस कार्य योजना…

कोल्हू से निकला सरसों का तेल है कैंसर के लिए फायदेमंद

  कोल्हू से निकाले सरसों के तैल में ऑउरेन्टियामाइड एसीटेट (Aurantiamide Acetate) नामक एन्टी कैंसर कम्पाउण्ड…

पतंजलि के सुमधु ऐप को मिला शहद की शुद्धता एवं गुणवत्ता परखने में प्रथम पुरस्कार

THE CITI NEWS जो आपको रखे आगे..  हरिद्वार। सुमधु App शहद की शुद्धता व गुणवत्ता को…

पतंजलि ने जीरो से शुरुआत करके ग्रामीण भारत और स्वदेशी का आदर्श मॉडल बनाया : चरणजीत सिंह

  हरिद्वार/10 फरवरी 2024   स्वयं सहायता समूह, महिला सशक्तिकरण का सबसे बड़ा उदाहरण : आनंद…

देश की विभिन्न संस्कृतियों का गुलदस्ता है ऊधमसिंह नगर : मुख्यमंत्री

The Citi News जो आपको रखे आगे.. रूद्रपुर में आयोजित रोड शो में उमड़ा जनसैलाब  …

हिंदी बनेगी राष्ट्रीय भाषा ? अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ आयोजन

    The Citi news जो आपको रखे आगे..   हरिद्वार। हिंदी को राष्ट्रभाषा और संयुक्त…

गुरुकुलों की स्थापना कर महर्षि दयानंद के स्वप्न को साकार कर रहे हैं स्वामी रामदेव : राजनाथ सिंह

  रक्षामंत्री ने रखी आधुनिक गुरुकुल की आधारशिला पतंजलि की गंगोत्री से बहेगी ज्ञान की गंगा…

विश्व फिजियोथैरेपी दिवस पर निशम्य फाउंडेशन ट्रस्ट की और से निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन

हमारे संवाददाता दिनांक 8 सितंबर 2023   हरिद्वार। विश्व फिजियोथैरेपी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को…

कोरोना के नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, चार देशों में फैला कोरोना, संक्रमण बढ़ा तो वैक्सीन का भी नहीं होगा असर

कोरोना के नए वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, चार देशों में फैला; संक्रमण बढ़ा तो वैक्सीन का भी नहीं होगा असर

द सिटी न्यूज स्पेशल रिपोर्ट

कोरोना वायरस के एक नए और उच्च म्यूटेटेड वैरिएंट का वैज्ञानिकों ने पता लगाया है। इस वैरिएंट को बीए.2.86 नाम दिया गया है। कोरोना के इस वैरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने गहरी चिंता जाहिर की है। बता दें कि जुलाई के अंत से अब तक इस वैरिएंट के चार अलग-अलग देशों में मरीज मिल चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरोना के नए वैरिएंट बीए.2.86 का एक-एक मरीज अमेरिका, ब्रिटेन और इस्राइल में मिल चुका है। वहीं डेनमार्क में इस वैरिएंट से संक्रमित तीन मरीज मिले हैं।

वैज्ञानिक इस वैरिएंट पर करीब से नजर रखे हुए हैं। इसकी वजह ये है कि इस वैरिएंट में 36 म्युटेशन दिखे हैं, जो इसे कोरोना के मौजूदा प्रभावी कोरोना वैरिएंट एक्सबीबी.1.5 से इसे अलग करते हैं। हालांकि अभी तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि कोरोना का यह नया वैरिएंट तेजी से फैलता है और लोगों को गंभीर रूप से बीमार करता है लेकिन अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन सेंटर ने नए वैरिएंट को देखते हुए लोगों को कोरोना गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है।

ह्यूस्टन मेथोडिस्ट अस्पताल के डायगोनस्टिक माइक्रोबायोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. एस वेसले लॉन्ग ने बताया कि बीए.2.86 वैरिएंट कोरोना के शुरुआती वैरिएंट से ही बना है। ऐसे में यह उन वैरिएंट से अलग है, जिनसे लड़ने के लिए हमारी वैक्सीन हैं। ऐसे में अगर बीए.2.86 वैरिएंट ने खतरनाक रूप लिया तो हो सकता है कि इससे कोरोना महामारी की नई लहर आ जाए और खतरनाक बात ये होगी कि मौजूदा वैक्सीन भी उस पर उतनी असरकारक नहीं होगी।

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