उत्तराखंड में राज्य मूल के एनजीओ के लिए एक पारदर्शी पॉलिसी बनाने की मांग की।

हरिद्वार।
उत्तराखंड गैर सरकारी संगठन ( एनजीओ ) महासंघ की रविवार को हुई बैठक में उत्तराखंड में राज्य मूल के एनजीओ के लिए एक पारदर्शी पॉलिसी बनाने की मांग की। कहा कि एनजीओ के कार्यों को अब किसी भी कंपनी को छीनने नहीं दिया जाएगा। हरिद्वार जिले के लिए लखबीर सिंह को जिला संयोजक की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आर्दश युवा समिति के कार्यालय में आयोजित बैठक में शहीद ए आजम भगत सिंह की जयंती उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हे याद किया गया। बैठक में हरिद्वार के साथ ऋषिकेश, कोटद्वार और रुड़की के गैर सरकारी संस्थाओं ने भाग लिया।
बैठक में राज्य संयोजक जगत सिंह मर्तोलिया ने बताया कि राज्य स्तरीय सम्मेलन 26 अक्टूबर को देहरादून में प्रस्तावित किया गया है। जिसमें मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया जाएगा। कहा कि उत्तराखंड में गैर सरकारी संगठनों को आर्थिक और सामाजिक रूप से पंगू बनाया जा रहा है। राज्य से बाहर की संस्थाओं को टर्नओवर और अनुभव का लाभ देकर इस राज्य में करोड़ों रुपए के कार्य दिए जा रहे है। उन्होंने कहा कि कंपनी केवल एक क्षेत्र में कार्य कर सकती है। उसके बावजूद कंपनी विशेष से समुदाय आधारित कार्य कराया जा रहा है, जो कार्य के साथ भी अन्याय है।
इस राज्य के सामाजिक और भौगोलिक परिस्थितियों से भिज्ञ राज्य की मूल संस्थाओं को किनारे किया जा रहा है।
कहा कि आज की आवश्यकता है कि सभी संस्थाएं आपस में एकजुट हो जाए।
बैठक में तय किया गया कि 26 अक्टूबर को प्रस्तावित राज्य स्तरीय सम्मेलन मे जनपद से सभी गैर सरकारी संगठन इस सम्मेलन में भाग लेंगे। जिला संयोजक लखबीर सिंह ने कहा कि संगठन से जिले के सभी संस्थाओं को जोड़कर सम्मेलन को सफल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गैर सरकारी संगठन के साथ हो रहे अन्याय को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सम्मेलन के दूसरे सत्र में संगठन की स्तरीय निर्वाचित राज्य कार्यकारिणी की चुनाव भी सम्पन्न होगा।
बैठक में राकेश सिंह, विश्वास सक्सैना, नेहा मलिक, राकेश चौधरी, सुनीता चौधरी, डां रजनीश सैनी, राज बहादुर सैनी, जीतेन्द्र कुमार, सीपी शर्मा, तनवीर आलम, आशीष राष्ट्रवादी, मनोज कुमार, विपिन सुन्द्रीयाल, चरण सिंह आजाद, रेखा, नितिन आदि उपस्थित रहे।

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